मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी तरह की फैक्ट्रियों में कार्यरत श्रमिकों का वेतन न काटा जाये। यदि फैक्ट्री में उत्पादन बंद है, तो उस स्थिति में भी श्रमिकों की राशि की कटौती नहीं होना चाहिए। इसे सभी कलेक्टर्स सुनिश्चित करें। श्री चौहान ने कहा कि सभी आवश्यक सेवाओं से संबंधित परिवहन को न रोका जाए। आटे की किसी भी स्थिति में कमी न हो, सेनेटाईजर्स, मास्क और पीपीई किट्स की संख्या बढ़ाने पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा प्रकरणों वाले इंदौर आदि नगरों की स्थिति पर विशेष नजर रखें। प्रत्येक नागरिक को अपने, परिवार और सम्पूर्ण समाज के स्वास्थ्य के लिए निरंतर सजग बने रहना है। उन्होंने आईसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों और कोरोना संक्रमण के संदिग्ध लोगों की प्रतिदिन स्वास्थ्य की जाँच करवाने और कलेक्टर द्वारा जिला स्तर पर एक मेडिकल बुलेटिन जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सकारात्मक कार्यों से कोरोना नियंत्रण की जानकारी दिए जाने का कार्य भी किया जाए।
मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि इंदौर के संबंध में यह भी ध्यान रखने की आवश्यकता है कि प्रदेश और देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जो इंदौर के माध्यम से होती है, वो प्रभावित न हो। श्री बैंस ने बताया कि प्रदेश के सिंगरौली ताप विद्युत गृह सहित इंदौर, पीथमपुर, मण्डीदीप स्थित संस्थानों और प्रदेश के अन्य औद्योगिक संस्थानों द्वारा उत्पादन की स्थिति सामान्य है, बाधित नहीं हुई। कोरोना के प्रभाव से मानव स्वास्थ्य के साथ ही अर्थ-व्यवस्था को भी बचाना है। इसलिए इस दिशा में प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय और सजग भूमिका का निर्वहन करें। कलेक्टर्स ने बताया कि कोरोना की जाँच के पश्चात अधिकांश रिपोर्ट निगेटिव ही आ रही हैं लेकिन निरंतर सतर्कता बरतते हुए सभी प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं।